LG ACADEMY
हमारा विद्यालय बच्चों में सभ्य सुसंस्कृत तथा अनुशासित वातावरण से ज्ञान की ज्योति को निरक्षर प्रज्वलित करता है इस विद्यालय में शिक्षा केवल मूलभूत अध्ययन पर केंद्रित नहीं है वरन इसका उद्देश्य मस्तिष्क को गतिशील बनाने और आमोद विचारों की मूलभूत आवश्यकताओं को खोजना है|बच्चों के बौद्धिक स्तर, विश्लेषण, तर्क क्षमता एवं संज्ञानात्मक क्षमता में वृद्धि करना है | उत्तर प्रदेश के मानचित्र में ज्ञान की ज्योति जलाते हुए शैक्षिक उन्नति का कीर्तिमान स्थापित करते हुए प्रकृति के शांत - रमणीय और प्रदूषण मुक्त वातावरण | विद्यालय में शिक्षण, कक्ष, पुस्तकालय, कंप्यूटर प्रयोगशाला स्मार्ट क्लास , कामनहाल, सुसज्जित, विज्ञान प्रयोगशाला की व्यवस्था की गई है | बच्चों के लिए छात्रावास की व्यवस्था की जा रही है | हमारे विद्यालय में प्रशिक्षित शिक्षक एवं शिक्षिकाओं द्वारा कक्षाएं संचालित की जाती है | कमजोर बच्चों के लिए एक्स्ट्रा क्लास की व्यवस्था की गई है | यहां पुस्तकीय ज्ञान के अतिरिक्त पाठ्य सहभागी किर्याओ द्वारा भावनात्मक क्रियात्मक, प्रयोगात्मक कार्यो को करते हुए बच्चों की मानसिक, शारीरिक, बौद्धिक एवं चिंतन शक्ति का विकास किया जाता है जैसे सामान्य ज्ञान, नृत्य, संगीत, योगा, चित्रकला, यहां की शिक्षा पद्धति से ओत- प्रोत्र छात्र/छात्राओं ने सिद्ध किया है कि किसी भी परीक्षा में उन्हें किसी सहारे की जरूरत नहीं क्योंकि यह सर्वविदित है कि जिस इमारत की बुनियाद मजबूत हो उस इमारत को किसी भी तरह का तूफान हिला नहीं सकता। यहां के शिक्षक भी गर्व करने योग्य हैं। वे अपने ज्ञान मेहनत और अनुशासन से छात्र/छात्राओं को शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। यहां के प्रधानाचार्य एक अच्छे कैप्टन की तरह अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। समय- समय पर विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों को विद्यालय में आमंत्रित कर कार्यशालाओं का आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता है। *एलजी अकैडमी एलजी चौराहा रंजीतपुर चिलबिला प्रतापगढ़* में एक मोटिवेशनल प्रोग्राम समारोह का आयोजन हुआ जिसमें मुख्य अतिथि श्री अनुपम जी का स्वागत विद्यालय की प्रबंधक श्रीमती बेबी द्विवेदी जी एवं श्री श्याम शंकर द्विवेदी जी द्वारा किया गया एवं उसके पश्चात मोटिवेटर अनुपम जी द्वारा विद्यालय के छात्र छात्राओं को मोटिवेट किया गया जिसके तहत उन्हें बताया गया कि टाइम मैनेजमेंट करते हुए लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अपना 100/::परसेंट देना चाहिए तथा जिस टाइम पर जो भी कार्य कर रहे हो उसे पूरे मनोयोग के साथ किया जाए तो सफलता निश्चित है। जीवन के शब्द को से डर और असंभव जैसे शब्द फाड़ के फेंक देना चाहिए। मोटीवेटर ने बताया कि जीवन में जो जितना अभाव के साथ जीवन यापन कर रहा है वह उतना ही मजबूती के साथ बड़े से बड़े मुकाम को हासिल कर सकता है ।शिक्षा और संस्कार को हथियार बनाकर मनोयोग के साथ आगे बढ़ना होगा।जिसमें विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती प्रेमा शुक्ला एवं शिक्षक डी० एम० सर , पीयूष सर , पी० एन सर , अवनीश सर , आरती मैम , वंदना मैम ,रंगनायकी मैम , श्रेया मैम आदि शिक्षक गण उपस्थित रहे।
