स्टडी अड्डा पर हम छात्र की सहूलियत से ज़्यादा उसके एक्ज़ाम की ज़रूरत के हिसाब से तैयारी कराते हैं- ​ललित सरदाना – Shiksha Shetra

स्टडी अड्डा पर हम छात्र की सहूलियत से ज़्यादा उसके एक्ज़ाम की ज़रूरत के हिसाब से तैयारी कराते हैं- ​ललित सरदाना

साल 2009 में स्थापित ऑनलाइन एजुकेशन प्लैटफॉर्म, स्टडी अड्डा आज IIT JEE, NEET, UPSC समेत भारत की कई मुख्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में छात्रों की मदद कर रहा है. स्टडी अड्डा के कुशल एवं अनुभवी अध्यापकों द्वारा तैयार किया हुआ ई-स्टडी मटीरियल, वीडियो कोर्स और ऑनलाइन क्लासेज़ से कई छात्र अब तक लाभान्वित होकर अपना लक्ष्य प्राप्त कर चुके हैं. एजुकेशन फाउंडर सीरीज़ में स्टडी अड्डा के फाउंडर, ललित सरदाना ने पैनडेमिक में छात्रों के लिए ₹999 में 40 कोर्स जैसी अनोखी स्कीम पर चर्चा की.

1: स्टडी अड्डा के बारे में विस्तार में बताएं?

मैं पिछले 24 साल से शिक्षा के क्षेत्र में हूं. 1997 से मैं IIT JEE के छात्रों को पढ़ा रहा हूं और AIPMT जिसे आप NEET का एक्ज़ाम कहते हैं उन्हें पढ़ा रहा हूं. पिछले 17-18 सालों से हम देख रहे हैं कि इंटरनेट की तरफ बच्चों का रुझान बढ़ रहा है, तो कहीं ना कहीं अंदाज़ा था की शिक्षा, टेक्नोलॉजी के साथ मिलेगी. इसलिए हमने 2008 में सॉफ्टवेयर बनाने पर काम शुरू किया, एनिमेशन बनाने पर काम शुरू किया और 2009 में हमने वेबसाइट को लॉन्च कर दिया था studyadda.com.

शुरुआत में आईआईटी और मेडिकल के लिए स्टडी कंटेंट देते थे जिसमें नोट्स, प्रैक्टिस क्वेश्चन, सैम्पल पेपर वगैरा शामिल थे. तब हमारा एक ही टारगेट था, स्टडी पैकेज क्योंकि छात्रों को उस वक्त अच्छा कंटेंट नहीं मिलता था. उस वक्त किताबें एकमात्र साधन होती थीं, जो की महंगी रहती थी और ज़रूरी नहीं आसानी से मिलें भी.

फिर धीरे-धीरे इसका डोमेन बढ़ता गया और अब हम K12, किंडरगार्टन से लेकर 12वीं तक और ऑल इंडिया लेवल पर सभी बड़े एग्ज़ाम के लिए तैयारी करा रहे हैं. इसमें सिविल सर्विस, मेडिकल, डिफेंस, बैंकिंग के IIT, JEE, NEET, UPSC, KVPY, CLAT, NDA, CDS समेत कई कोर्सेज हैं.

2: स्टडी अड्डा, पैनडेमिक के वक्त में ई-लर्निंग के अनुभव को स्टूडेंट के लिए कैसे बेहतर बना रहा है?

हम हार्डकोर एजुकेशन के लिए जाने जाते हैं. हम ये जानते हैं की पढ़ाई या रिजल्ट के लिए क्या चाहिए. हम ज़रूरी नहीं है की वो पढ़ाएं जो बच्चों को चाहिए क्योकि कई बार बच्चों को भी नहीं पता होता है की एग्जाम में अच्छे रिजल्ट के लिए क्या चाहिए. अधिकतर ऐसे प्लैटफॉर्म में देखा जाता है की छात्र या क्लाइंट क्या मांगता आप वो बनाइये लेकिन मैं मानता हूं की हमें वो देना है जो एग्जाम मांगता है. हम ध्यान देते हैं की JEE या NEET किस चीज की डिमांड कर रही है ना की हमें वो देखना है जिस पर छात्र को मजा आ रहा है क्योंकि छात्र को हर उस चीज में मजा आएगा जो आसान होगी. लेकिन एग्जाम में ऐसा नहीं होता, वहां एक लेवल होता है जिसे हमें लेकर चलना पड़ेगा.

3: स्टडी अड्डा पर छात्रों को निजी स्तर पर कैसे गाइड करते हैं, ऑनलाइन क्लास में अलग से क्या प्रॉबलम सॉल्विंग सेशन होता है?

स्टडी अड्डा पर पिछले कुछ वक्त से हम लाइव लेक्चर भी शुरू कर चुके हैं. इसमें पढ़ाते वक्त छात्र सीधे कमेंट सेक्शन में सवाल पूछ सकते हैं. कई बार होता है की सवाल बड़ा होता है या किताब का कोई सवाल समझ नहीं आ रहा होता तो उसकी फोटो खीच कर कमेंट में डाल सकते हैं, टीचर या तो तभी उसका जवाब दे देता है और अगर ऐसा नहीं हो पाता तो वो अगले लेक्चर में जवाब दे देता है.

4: स्टडी अड्डा के ₹999 में 40 कोर्स के पैकेज के बारे में कुछ बताएं?

हम ये चाहते हैं अधिकतर छात्रों तक हमारा स्टडी मैटीरियल पहुंचे जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों का फायदा हो सके. इसी वजह से हमने इन कोर्स के प्राइस को कम किया है. कंटेंट के तौर पर वो बहुत बैलेंस्ड है, जिसकी छात्र को सही में ज़रूरत है. हमने कोर्स की कीमत इसलिए कम की है क्योंकि कोविड से काफी लोग परेशान हैं. अभी आप वेबसाइट के माध्यम से ये देख पा रहे हैं की कोर्स की कीमत कम की गई है लेकिन हम अलग से भी ये काम करते हैं. हमारा एक सीबीएसई स्कूल है, जिसकी साल भर की फीस हमने घटा कर 9 हजार कर दी थी. वैसा ही हमने यहां किया की ज्यादातर लोगों के पास हम पहुंच पाएं और किसी के शिक्षा का नुकसान कोविड के कारण ना हो. 9 हज़ार में सरकार भी केन्द्रीय विद्यालय या नवोदय विद्यालय में नहीं पढ़ा पाती. हालात को देख कर ऐसे अलग से कदम उठाने की हमारी हमेशा कोशिश रहती है. आज के वक्त में लोग हर तरह से त्रस्त हैं इसलिए हमने प्राइस कुछ समय के लिए काफी कम रखा है. एक बात और जोड़ना चाहता हूं की काफी लोग सोचते हैं की ये काफी कम कीमत पर उपलब्ध है तो ये कोई फ्रॉड हो सकतो है. लोगों को लगता है अगर वो महंगी चीज ले रहे हैं तो वो अच्छी ही होगी. मैं ये बताना चाहता हूं की हमने क्वालिटी में कोई खिलवाड़ नहीं किया है. हम 2009 से इसमे हैं और 12 साल में कंटेंट को बहुत बेहतर बना दिया है. हमारा केवल उद्देश्य है कि हम ​अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच पाएं.