साल 2021 में, हालात बदलेंगे और करियर के साथ ये कौशल राज करेंगे – Shiksha Shetra

साल 2021 में, हालात बदलेंगे और करियर के साथ ये कौशल राज करेंगे

एक जमाना था जब माँ बाप का सिर्फ एक ही सपना होता था की उनका बच्चा इंजीनियर या डॉक्टर बनें। पर साल 2020 में कोरोना ने इस सपने को एक अलग दिशा दे दी है। अब माँ बाप को भी पता चल गया है की उनका लाडला अपने स्किल्स के बल पर इंजीनियर या डॉक्टर के अलावा भी बहुत कुछ बनकर उनका नाम रोशन कर सकता है । उनकी सोच में आये इस बदलाव का सम्पूर्ण क्रेडिट जाता है इस डिजिटल युग को। अब बच्चों को भी याद रखना होगा की ये एक ऐसा इस डिजिटल वर्ल्ड है जिसमें उन्हें एक बेहतर भविष्य बनाने के लिए अपने स्किल्स पर काम करना होगा और कुशलता बढ़ानी होगी। इसी कड़ी में अब हम आपको बताते हैं की डिजिटल फील्ड में इस साल से लेकर आने वाले कई साल तक किन करियर और स्किल सेट्स की अच्छी खासी डिमांड होगी |

आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस

चाहे आज की बात हो या डिजिटलीकरण के पहले की , हमने देखा है की जिस फील्ड की डिमांड बढ़ती है वहां विकास और रोज़गार दोनों हाथों हाथ बढ़ता है। इसी तरह आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग, दुनिया के कई क्षेत्रो में वास्तविक जीवन की समस्याओं को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। जिससे आने वाले समय में इस क्षेत्र में रोज़गार बढ़ने की पूरी गारंटी है। शिक्षा प्रणाली हो या कोई बड़ा कॉर्पोरेट घराना हर जगह इसकी डिमांड बढ़ रही है ,जिसकी वजह से इसमें रोज़गार के अवसरों में वृद्धि होगी यह तय है। इसमें कौशल हासिल करने वालों को अच्छे मौके जरूर मिलेंगे।

बिज़नेस एनालिस्ट

इस साल अधिकांश मल्टी-नॅशनल कम्पनीज अपनी आईटी क्षमताओं में बदलाव लेकर आये हैं और डिजिटलीकरण के पूर्ण लाभों को प्राप्त करने के लिए, इन कम्पनीज को अपने आईटी प्लेटफार्मों को और ज़्यादा आधुनिक बनाने की आवश्यकता है। इस आधुनिकीकरण के परिणामस्वरूप डिजिटल कौशल-प्रतिभा रखने वालों की मांग बढ़ेगी। इसमें बिज़नेस एनालिस्टस की एक मुख्य भूमिका होगी जो कम्पनीज को मॉडर्नाइजेशन के लिए उपयुक्त कारकों के आधार पर मार्गदर्शन करने में सक्षम होंगे। इसी वर्ग में, क्लाउड कंप्यूटिंग, एपीआई, DevOps, 5G जैसे डिजिटल कौशल की माँग सबसे अधिक मांग बढ़ेगी।

क्लाउड कंप्यूटिंग

आजकल हर जगह वर्क फ्रॉम होम मॉडल का चलन और स्वरूप जिस तरह महामारी के दौरान बढ़ा है, उससे यह तय है कि डाटा को सुरक्षित रखना और संभाल कर रखने का सबसे आसान विकल्प क्लाउड कंप्यूटिंग है। बड़े से बड़े कॉर्पोरेट्स और बिज़नेस हॉउसेस को इसके उपयोग से आई टी इंफ्रास्ट्रक्चर की लागत भी कम लगती है इसके साथ ही मेंटेनन्स से जुडी समस्या भी काफी हद तक कम हो जाती है और डाटा बैकअप एंड रिकवरी में भी किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आती। इसमें कुशलता हासिल करने वालों की इस वर्ष काफी मांग रहने वाली है।

एपीआई (एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस)

एपीआई (एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) का काम यह है कि वह, एक्सटर्नल सॉफ्टवेयर कंपोनेंट्स, ऑपरेटिंग सिस्टम्स, और मिक्रोसेर्विसेस के साथ एप्लिकेशन को डाटा तक पहुंचने और सहभागिता करने की अनुमति देता है। इसकी प्रोग्रामिंग का विशेष ज्ञान रखने वालों की आने वाले टाइम में काफी डिमांड रहेगी।

साइबर सुरक्षा

कहा जाता है कि आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है, सच है! पर आज के इस डिजिटल युग में, आवश्यकता, नए नौकरी व उद्योगों के अवसरों की जननी है। जैसा कि घर से काम करना अब सामान्य हो गया है, इसीलिए अब कम्पनीज, हैकिंग और साइबर हमलों के प्रति अधिक संवेदनशील होती दिख रही हैं। इसलिए, साइबर सुरक्षा कर्मचारियों को काम पर रखने या साइबर सुरक्षा टीमों के आकार को दोगुना करने पर सभी का ध्यान केंद्रित हैं। नैस्कॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में आईटी प्रतिभा का एक बड़ा पूल होने के बावजूद, साइबर सुरक्षा पेशेवरों की कमी है। 2021 में वर्चुअल और हाइब्रिड वर्कप्लेस मॉडल में संभवतः सिक्योरिटी आर्किटेक्ट, नेटवर्क सिक्योरिटी इंगिनीर्स, इनफार्मेशन रिस्क ऑडिटर्स, फ़िरेवल्स एंड सिक्योरिटी डिवाइस डेवलपमेंट प्रोफेशनल जैसी भूमिकाओं की मांग में वृद्धि देखी जाएगी।

DevOps

मल्टीनेशनल कम्पनीज की क्षमता को उच्च वेग पर सेवाओं को वितरित करने की क्षमता को बढ़ाने की प्रक्रिया में DevOps का उपयोग किया जाता है। इसमें जिस किसी को भी कुशलता हासिल है उन्हें आने वाले समय में बहुत अच्छे अवसर मिल सकते हैं।

सिक्योरिटी आर्किटेक्ट

सिक्योरिटी आर्किटेक्ट किसी कंपनी के कंप्यूटर सिस्टम की सुरक्षा को बनाए रखने का काम करता है। कोई भी हैकर कंप्यूटर सिस्टम पर अनाधृकित तरीके से पहुंच न हासिल कर पाए इसका इन्हें विशेष ध्यान रखना होता है। इसका विशेष ज्ञान रखने वालो की आने वाले वक़्त में बहुत जरूरत रहेगी।

नेटवर्क सिक्योरिटी इंजीनीयर्स

नेटवर्क सिक्योरिटी इंजीनीयर्स कंपनी के नेटवर्किंग सिस्टम के सुरक्षा में शामिल होते हैं, यह कंपनी के नेटवर्किंग सिस्टम को सुरक्षित और कार्यशील रखने का प्रयास करते है। इसमें जिसे कुशलता हासिल है उन्हें नौकरी नहीं बल्कि नौकरी खुद उन्हें ढूँढेगी।

वल्नेरेबिलिटी असेसर्स:

वल्नेरेबिलिटी असेसर्स सिस्टम या एप्लिकेशन में किसी भी संभावित त्रुटियों का पता लगाता है और उनका विश्लेषण करता है, ताकि सुरक्षा प्रणालियों में सुधार कर सकें। इस जिस किसी को महारत हासिल है उसे अच्छे अवसर अवश्य मिलेंगे।